जो सज्जन आश्रम के आजीवन सदस्य बन जाते हैं उनकी ओर से उनके जन्मदिन एवं विवाह दिन में प्रातः भगवान की पूजा-अर्चना - पुष्पांजली गोष्ठी तथा दोपहर एवं सायंकाल भोजन, भण्डारा, और गौओं की सेवा की जाती है जिसको महा पूजा कहते है तथा अन्य सेवायें भी निम्नलिखित है।